मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने सरयू राय की पुस्तक ‘समय का लेख’ का पटना में लोकार्पण किया।
झारखंड सरकार के मंत्री श्री राय इससे पहले भी एकाधिक पुस्तकें लिख चुके हैं।
सरयू राय की पुस्तकें पठनीय होती हैं।क्योंकि वह रिसर्च के बाद लिखी होती हैं और तथ्यपरक होती हैं।
प्रभात प्रकाशन ने ‘समय का लेख’ प्रकाशित किया है।
इस पुस्तक में राय जी के उन लेखों का संकलन है जो अखबार में छप चुके हैं।नब्बे के दशक के बिहार के आर्थिक मुद्दों पर लिखे उन लेखों में अधिकतर लेखों को मैं पहले भी पढ़ चुका हूं।अब वह पुस्तक भी खरीदूंगा।
इस अवसर पर एक अन्य बात भी।
नीतीश कुमार और सरयू राय की दोस्ती एक मिसाल है।राजनीति मेंं ऐसी दोस्ती कम ही होती है।
यदि एक दूसरे के प्रति सम्मान का भाव हो और जायज -नाजायज कामों के लिए एक -दूसरे के इस्तेमाल की कोशिश न हो तो ऐसी दोस्ती राजनीति में भी लंबी चल सकती है।
@ 2 दिसंबर 2017@
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