राम नवमी पर रावण की चर्चा ?
कुछ लोग शायद इसे अच्छा नहीं मानेंे, पर मैं क्या करूं ?राम ने ही तो रावण के पास भेजा ।मुझे नहीं, अपने अनुज को।
मैं तो उस ज्ञान की चर्चा करूंंगा जो रावण ने लक्ष्मण को दिया था।
जब रावण मरणासन्न था तो राम ने लक्ष्मण से कहा कि
जाओ महा पंडित रावण से दुनिया के बारे में जानो।
लक्ष्मण गए और रावण के सिर के पास खड़े हो गए।
रावण कुछ नहीं बोला।लौट आए।राम ने कहा कि पैर के पास बैठ कर शिक्षा ग्रहण की जाती है।
लक्ष्मण ने वही किया।
यह सब तो लोगों की जुबान पर रहती है।पर जो कुछ रावण ने लक्ष्मण से कहा ,उसका कम ही लोग पालन करते हैं।
रावण की वे तीन शिक्षाएं--
1.-शुभ काम शीघ्र करो, अशुभ को टालो।
2.-शत्रु को कम मत आंको।
3.-अपने जीवन में कोई राज है तो उसे किसी को मत बताओ।
वैसे तो सारे लोग इन शिक्षाओं से लाभ उठा सकते हैं,पर
मेरा मानना है कि जो लोग खुद को राम का वंशज मानते हैं,उन्हें इस पर आचरण करने की अधिक जरूरत है।
@ 2018@
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