रविवार, 25 मार्च 2018

 पटना हाई कोर्ट ने जक्कन पुर थाना प्रभारी से कल पूछा,
‘अतिक्रमण से एक दिन में कितने की हो जाती है अवैध कमाई ?’
 इस सवाल के साथ ही पटना के अनेक लोगों को यह पता चल गया कि पटना हाईकोर्ट को भी सड़कांे ंपर अतिक्रमण के असली कारण का पता चल ही गया है।
अब जब पता चल ही गया है तो लोगों में यह भी उम्मीद जगी है कि आम लोग, बच्चे-बीमार जल्द ही अतिक्रमण जनित  जाम से  मुक्ति पाएंगे।
 कुछ दशक पहले राज्य सरकार ने पटना के फे्रजर रोड की दुकानों को अपने लिए अंडर ग्राउंंड पार्किंग स्पेस बना लेने का सख्त आदेश दिया था।
पर जहां तक मेरी जानकारी है, सरकार का वह तथाकथित सख्त आदेश सिर्फ एक ही होटल पर चल सका।बाकी दुकानदारों ने सरकार को ठेंगा दिखा दिया।
क्योंकि अतिक्रमणकारियों और नियम तोड़कों के संरक्षकगण तो सरकार के ही विभिन्न पदों पर बैठे हुए हैं जिनकी ओर हाईकोर्ट ने इंगित किया है !
शायद इस बार पटना हाईकोर्ट ही जाम पीडि़तों की जान के रक्षक बने ।





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