शुक्रवार, 30 मार्च 2018

दोनों खबरें करीब -करीब एक ही साथ आई हैं।
 अमेरिका के हवाई अड्डे पर  पाकिस्तान के प्रधान मंत्री के कपड़े उतरवा कर  उनकी तलाशी ली गयी।
 दूसरी ओर ‘आजतक’ ने खबर दी है कि पश्चिम बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी रोहिंग्या मुसलमानों के लिए घर बनवा कर उन्हें अपने राज्य में बसा रही हैं।
दूसरी ओर रोहिग्या मुसलमानों के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री राज नाथ सिंह ने कहा है कि वे देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं।
 यदि खतरे की बात फिलहाल दरकिनार भी कर दी जाए तो क्या हमारे देश में इतने अधिक संसाधन हंै कि हम पूरी दुनिया के शरणार्थियेां के लिए इस देश को धर्मशाला बना सकें ं ?
हमारे  देश में करीब 30 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं।
उनमें से करीब 20 करोड़ लोगों को एक ही जून का भोजन किसी तरह मिल पा रहा है।
फिर भी बाहरी  लोगांे के प्रति अति उदारता ? क्योंकि उनके वोट मिल जाने की संभावना है ? वह भी देश की सुरक्षा की कीमत पर ?
 याद रहे कि करोड़ों बंगलादेशियों को यहां बसा कर उन्हें पहले ही वोटर बनाया जा चुका है।
अमेरिका किसी आलोचना की परवाह किए बिना अपने देश को किसी भी कीमत पर आतंकी हमलों से बचाये रखने के लिए प्रयत्नशील रहता है और हमारे कुछ नेता लोग वोट के लिए देश को हमेशा खतरे में डालने पर अमादा रहते हैं ।
हमारे देश पर अमेरिका से अधिक आतंकी हमले होते रहते हैं।  


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