रविवार, 4 मार्च 2018

  एक व्यक्ति के  पास दो गंजियां थीं।दोनों साफ थीं।
उसने उनमें से एक गंजी एक सप्ताह तक पहनी।
गंदी हो गयी।उसे गंजी नंबर -एक मानें।
उसने दूसरी गंजी अगले सप्ताह पहनी।वह भी गंदी हो गयी।
इसे गंजी नंबर -दो मानें।
फिर उसने इन दोनों गंजियों की गंदगियों का आपस में मिलान किया।
दोनों में जो कम गंदी लगी,उसे पहन ली।
वह और गंदी हो गयी ।दूसरी गंजी स्वाभाविक है कि उससे कम गंदी लगी होगी।उसे पहनी।
बार -बारी से महीनों तक वह कंजूस व्यक्ति अपना  काम इस गंजी नंबर एक और दो से चलाता रहा।
थोड़ी देर के लिए आप गंजी को राजनीतिक दल और व्यक्ति को मतदाता मान लें ?
 इस देश की राजनीति पर यह तुलना लागू होती है या नहीं ? लागू होती है तो कितनी ? 
  

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