गुरुवार, 4 अप्रैल 2019

‘टी वी 9 भारत वर्ष’ का स्टिंग आपरेशन देख कर दुष्यंत कुमार की गजल याद आ गई।
पेश है -----
कैसे मंजर सामने आने लगे हैं,
गाते गाते लोग चिल्लाने लगे हैं।
अब तो इस तालाब का पानी बदल दो,
अब कंवल के फूल कुम्हलाने लगे हैं।
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अब नयी तहजीब पेशे नजर हम,
आदमी को भून कर खाने लगे हैं।
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  टी.वी चैनल ने 18 पूर्व व मौजूदा सांसदों का ‘स्टिंग’ किया।
उनमें सभी प्रमुख दलों के नेता शामिल हैं।उनमें कांग्रेस के महाबल मिश्र से लेकर भाजपा के उदित राज तक शामिल हैं।
इस स्टिंग से आज की चुनावी राजनीति की असली तस्वीर खुल कर सामने आई है।
बहुत सारी बातें तो लोग पहले से जानते थे ,पर कुछ बातें अभी परदे के पीछे थीं।अब वे भी सामने आ गई  हैं।
 बिहार के तीन सांसदों के स्टिंग का विवरण आज के दैनिक भास्कर में छपा है।
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उसके कुछ नमूने यहां पेश हैं।
  8 करोड़ खर्च करके जीतूंगा--पप्पू यादव
पप्पू ने यह भी कहा,‘राजनीति का मतलब सेवा धर्म नहीं, दोगलई है।जितना अधिक दोगलई-तेगलई करोगे,उतनी अच्छी राजनीति कर सकोगे।’
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चुनाव में 10-20 करोड़ खर्च होगा-राजद सांसद सरफराज आलम।
कैश के हेरफेर में बीच में कोई आया तो उसे गोली मार देने की भी आलम ने धमकी दी।
लोजपा के सांसद रामचंद्र पासवान ने कहा कि 
पिछले चुनाव में 6 सीटों पर 50 करोड़ रुपए खर्च हुए। 
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स्टिंग करने वाले टीवी 9 भारत वर्ष के पत्रकारगण व्यापारी बन कर गए थे।
काम करा देने के बदले कैश का आॅफर किया।इन 18 नेताओं ने कैश लेने में पूरी रूचि दिखाई।सब कुछ कैमरे में कैद है।
देखते जाइए, इतने पर भी ‘आज की राजनीति’ को शर्म आती है या नहीं।

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