पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री मो.अली अशरफ फातमी ने कहा है कि आॅल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड के महा सचिव सैयद वली रहमानी के आग्रह पर मैंने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया है।
फातमी ने यह भी कहा कि उन्हें मैं अपना गुरु मानता हूं।पहले भी उन्होंने मुझे समर्थन दिया था।इसलिए उनके आग्रह को ठुकरा नहीं सका।
राजद के टिकट से वंचित फातमी ने मधुबनी लोक सभा क्षेत्र में नामांकन पत्र दाखिल किया था।
इस नाम -वापसी के बाद कांग्रेस के टिकट से वंचित निर्दलीय उम्मीदवार डा.शकील अहमद की उम्मीदवारी में मजबूती आने की उम्मीद बताई जा रही है।हालांकि खतरा यह भी है कि त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा की जीत का ‘चांस’ बेहतर हो सकता है।
मधुबनी में मुख्य मुकाबला निवत्र्तमान सांसद हुकुमदेव नारायण यादव के पुत्र व पूर्व विधायक अशोक यादव@भाजपा@,महा गठबंधन के उम्मीदवार बद्री पूर्वे और डा.शकील अहमद के बीच होगा।
वहां 6 मई को वोट डाले जाएंगे।
याद रहे कि संभवतः किसी उम्मीदवार ने पहली बार सार्वजनिक रूप से यह स्वीकारा है कि उसने मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड के वली रहमानी के आग्रह पर नामांकन पत्र वापस ले लिया है।
फातमी इससे पहले दरभंगा से सांसद रहे।पर इस बार राजद ने वहां से अब्दुल बारी सिद्दिकी को अपना उम्मीदवार बना दिया है।
@23 अप्रैल 2019 के अखबार एचटी की खबर पर आधारित@
फातमी ने यह भी कहा कि उन्हें मैं अपना गुरु मानता हूं।पहले भी उन्होंने मुझे समर्थन दिया था।इसलिए उनके आग्रह को ठुकरा नहीं सका।
राजद के टिकट से वंचित फातमी ने मधुबनी लोक सभा क्षेत्र में नामांकन पत्र दाखिल किया था।
इस नाम -वापसी के बाद कांग्रेस के टिकट से वंचित निर्दलीय उम्मीदवार डा.शकील अहमद की उम्मीदवारी में मजबूती आने की उम्मीद बताई जा रही है।हालांकि खतरा यह भी है कि त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा की जीत का ‘चांस’ बेहतर हो सकता है।
मधुबनी में मुख्य मुकाबला निवत्र्तमान सांसद हुकुमदेव नारायण यादव के पुत्र व पूर्व विधायक अशोक यादव@भाजपा@,महा गठबंधन के उम्मीदवार बद्री पूर्वे और डा.शकील अहमद के बीच होगा।
वहां 6 मई को वोट डाले जाएंगे।
याद रहे कि संभवतः किसी उम्मीदवार ने पहली बार सार्वजनिक रूप से यह स्वीकारा है कि उसने मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड के वली रहमानी के आग्रह पर नामांकन पत्र वापस ले लिया है।
फातमी इससे पहले दरभंगा से सांसद रहे।पर इस बार राजद ने वहां से अब्दुल बारी सिद्दिकी को अपना उम्मीदवार बना दिया है।
@23 अप्रैल 2019 के अखबार एचटी की खबर पर आधारित@
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