साध्वी प्रज्ञा को बाबरी मस्जिद को ध्वस्त करने पर गर्व है।
फिर तो वह उसी तरह का काम करें और उसका कानूनी परिणाम भुगतने को भी तैयार रहें।
चुुनाव मैदान से हटें।
या तो भाजपा उन्हें हटाए या चुनाव आयोग भोपाल का चुनाव तत्काल स्थगित कर दे।लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजाक बनाने का अधिकार किसी को नहीं मिलना चाहिए।चाहे प्रज्ञा हों या उनकी पार्टी।
फिर तो वह उसी तरह का काम करें और उसका कानूनी परिणाम भुगतने को भी तैयार रहें।
चुुनाव मैदान से हटें।
या तो भाजपा उन्हें हटाए या चुनाव आयोग भोपाल का चुनाव तत्काल स्थगित कर दे।लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजाक बनाने का अधिकार किसी को नहीं मिलना चाहिए।चाहे प्रज्ञा हों या उनकी पार्टी।
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