जब चैधरी चरण सिंह ने चुनाव को बताया था धर्म युद्ध
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चैधरी चरण सिंह ने 1977 के लोक सभा चुनाव को धर्म युद्ध करार दिया था।
संभवतः किसी चुनाव को धर्म युद्ध बताने की वह पहली घटना थी।
धर्म युद्ध का उनका मतलब था कि अन्याय और न्याय के बीच युद्ध।
इस संबंध में साप्ताहिक ‘दिनमान’ के 6 फरवरी 1977 के अंक में छपी यह रपट प्रासंगिक होगी,
‘कान पुर में जनता पार्टी की चुनाव सभा में दल के उपाध्यक्ष चैधरी चरण सिंह ने लोगों से अपील की कि वे भय त्याग कर चुनाव में खुल कर भाग लें ।
उन्होंने आगामी लोक सभा चुनाव को धर्म युद्ध की संज्ञा देते हुए यह विश्वास व्यक्त किया कि लोग बुरी शक्तियों को शिकस्त देंगे।’
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चैधरी चरण सिंह ने 1977 के लोक सभा चुनाव को धर्म युद्ध करार दिया था।
संभवतः किसी चुनाव को धर्म युद्ध बताने की वह पहली घटना थी।
धर्म युद्ध का उनका मतलब था कि अन्याय और न्याय के बीच युद्ध।
इस संबंध में साप्ताहिक ‘दिनमान’ के 6 फरवरी 1977 के अंक में छपी यह रपट प्रासंगिक होगी,
‘कान पुर में जनता पार्टी की चुनाव सभा में दल के उपाध्यक्ष चैधरी चरण सिंह ने लोगों से अपील की कि वे भय त्याग कर चुनाव में खुल कर भाग लें ।
उन्होंने आगामी लोक सभा चुनाव को धर्म युद्ध की संज्ञा देते हुए यह विश्वास व्यक्त किया कि लोग बुरी शक्तियों को शिकस्त देंगे।’
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