शनिवार, 15 दिसंबर 2018

मोदी सरकार के प्रमुख मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि ‘एक बार कर्ज नहीं चुका पाने वाले विजय माल्या जी को चोर कहना अनुचित है।’
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने 2011 में कहा था कि अन्ना हजारे सिर से पैर तक भ्रष्ट है।
यह और बात है कि तिवारी ने बाद में अपने उस बयान के लिए खेद प्रकट किया था।संभवतः इसके लिए हाईकमान का उन पर दबाव पड़ा था।
  अब गडकरी जी क्या करेंगे ? उनसे कोई पूछे कि यदि माल्या चोर नहीं है तो उनकी
ही सरकार माल्या को वापस लाने के लिए इतना प्रयास क्यों कर रही है ?सरकारी धन क्यों खर्च कर रही हैं ?
क्या माल्या के खिलाफ की कार्रवाई बदले की भावना से हो रही है ?
कांग्रेस तो अपने दल के नेताओं के खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा हो रही  कानूनी कार्रवाई पर  बदले की भावना का आरोप लगाती ही रहती है।

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