पटना के पास गंगा नदी पर गांधी सेतु 1982 से स्थित है।
यह पुल पटना के पूर्वी हिस्से में है।
उस सेतु से बिलकुल सटे यानी कुछ ही मीटर की दूरी पर एक और पुल बनने जा रहा है।
आज सुना कि प्रस्तावित पटना रिंग रोड़ से जुड़ा
प्रस्तावित गंगा पुल जेपी सेतु के ठीक बगल में बनने जा रहा है।
नया जेपी सेतु हाल में चालू हुआ है।यह पश्चिमी पटना में है।
यानी, कुछ वर्षों के बाद पटना को उत्तर बिहार से जोड़ने लिए कुल चार पुल गंगा नदी पर हो जाएंगे।दो पहले से और दो नए।
पर जानकारों के अनुसार इसमें भारी गड़बड़ी हो रही है।
दो -दो पुल इतने पास -पास ? !
पास- पास पुल सुरक्षा की दृष्टि से कत्तई ठीक नहीं।
यदि चारों पुलों की आपस में दूरी अधिक होती तो अधिक क्षेत्र भी विकसित होते।सड़क और पुल तो विकास के इंजन हैं।
पर, पता नहीं, नीति निर्धारकों को यह बात क्यों समझ में नहीं आई !
यह पुल पटना के पूर्वी हिस्से में है।
उस सेतु से बिलकुल सटे यानी कुछ ही मीटर की दूरी पर एक और पुल बनने जा रहा है।
आज सुना कि प्रस्तावित पटना रिंग रोड़ से जुड़ा
प्रस्तावित गंगा पुल जेपी सेतु के ठीक बगल में बनने जा रहा है।
नया जेपी सेतु हाल में चालू हुआ है।यह पश्चिमी पटना में है।
यानी, कुछ वर्षों के बाद पटना को उत्तर बिहार से जोड़ने लिए कुल चार पुल गंगा नदी पर हो जाएंगे।दो पहले से और दो नए।
पर जानकारों के अनुसार इसमें भारी गड़बड़ी हो रही है।
दो -दो पुल इतने पास -पास ? !
पास- पास पुल सुरक्षा की दृष्टि से कत्तई ठीक नहीं।
यदि चारों पुलों की आपस में दूरी अधिक होती तो अधिक क्षेत्र भी विकसित होते।सड़क और पुल तो विकास के इंजन हैं।
पर, पता नहीं, नीति निर्धारकों को यह बात क्यों समझ में नहीं आई !
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